tag:blogger.com,1999:blog-7583875070473877420.post912539573386595948..comments2024-01-29T00:29:30.959-08:00Comments on भूषण (मैथिली गद्य पद्य ): बचल रहय परिवारश्यामल सुमनhttp://www.blogger.com/profile/15174931983584019082noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-7583875070473877420.post-24608571825391505622012-05-26T21:13:30.516-07:002012-05-26T21:13:30.516-07:00सामल
आसिरबाद
विश्व-ग्राम केर व्यूह मे, टूटि रहल प...सामल<br />आसिरबाद<br /><br />विश्व-ग्राम केर व्यूह मे, टूटि रहल परिवार।<br />बिसरि गेल धीया-पुता, दादी केर दुलार।।<br /><br />हेरा गेल अछि भावना, आपस के विश्वास।<br />भाव बसूला के बनल, भोगि रहल संत्रास।।<br /><br />पुंजाबी में कहते हैं नानक दुखिया सब संसारगुड्डोदादीhttps://www.blogger.com/profile/10381007322183223193noreply@blogger.com