रंग फागुन के चढ़लय नगरिया मे।
लोक गाबय जोगीरा देहरिया मे।
रंग फागुन के ------------
भैया केँ भोरे सँ भाँगे के ताल छै,
तामस सँ भौजीक आँखि दुनू लाल छै,
खसलय सड़क दुपहरिया मे।
रंग फागुन के ------------
लाल कियो हरियर कियो छै कारी,
फाटल छै कुरता आ भीजल छै साड़ी,
तैयो घुमय सब बजरिया मे।
रंग फागुन के ------------
फागुन सुमन छी प्रेमक निशानी,
बुढ़िया आ बुढ़बो के देखू जवनी,
कोना सुतल छै इजोरिया मे?
रंग फागुन के ------------
लोक गाबय जोगीरा देहरिया मे।
रंग फागुन के ------------
भैया केँ भोरे सँ भाँगे के ताल छै,
तामस सँ भौजीक आँखि दुनू लाल छै,
खसलय सड़क दुपहरिया मे।
रंग फागुन के ------------
लाल कियो हरियर कियो छै कारी,
फाटल छै कुरता आ भीजल छै साड़ी,
तैयो घुमय सब बजरिया मे।
रंग फागुन के ------------
फागुन सुमन छी प्रेमक निशानी,
बुढ़िया आ बुढ़बो के देखू जवनी,
कोना सुतल छै इजोरिया मे?
रंग फागुन के ------------