Saturday, April 26, 2025

साधो! संकट आयल भारी

साधो! संकट आयल भारी
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साधो! संकट आयल भारी।
मृत्यु ठाढ़ अछि द्वारे द्वारे, पसरि रहल महमारी।।
साधो! संकट आयल भारी।

अस्पताल  बेहाल   हाल  मे,  किछुओ  नहि  तैयारी।
अप्पन अप्पन श्वास गनय छथि, सकल वृद्ध नर-नारी।
एत्तेक लोक मरल, मरघट मे, मचलय मारामारी।
साधो! संकट आयल भारी।

डर पैसल आछि सभहक मन मे, खतरनाक बीमारी।
सब रोजगार छिनाओल कारण, बन्दी अछि सरकारी।
पिटलहुँ थाली आब पिटय के, छाती के अछि बारी।
साधो! संकट आयल भारी।

हम जीतब एहि बीमारी सँ, एखन अछि विस्तारी।
करू सुरक्षा अप्पन अप्पन, नीति जेहेन अछि जारी।
काज सुमन देत अपन भरोसा, नहि कोनो अधिकारी।
साधो! संकट आयल भारी।