Saturday, September 21, 2013

हमर गीत

हमर गीत
नीक कहय लोक
सुनियौ मीत

भोगल सत्य
बनेलहुँ कविता 
आतम कथ्य

किनको नीक
किनको अधलाह
हम बताह

होश मे जीबू
नहि तऽ नोर पीबू
श्रम जीवन

कविता प्राण
हरदम प्रयास
सुमन-प्यास