मोन कियै सिंहासन पर
घर मे आफत राशन पर
काज करय मे दाँती लागय
तामस झाड़ी बासन पर
लाज करू जे पाहुन जेकाँ
खाय छी कोना आसन पर
खोज-खबर नहि धिया-पुता के
बात सुनाबी शासन पर
बिना कमेने किछु नहि भेटत
जीयब खाली भाषण पर
कहू सोचिकय कहिया सुधरब
जखन उमरि निर्वासन पर
सुमन समय पर काज करू
आ सोचू निज अनुशासन पर
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