Saturday, April 14, 2012

चलू बैसिकय केँ कानय छी

रीति बिगड़ि गेल जानय छी
चलू बैसिकय केँ कानय छी

असगरुआ जौं
नहि नीक लागय
आओर लोक केँ आनय छी

समाधान आ कारण हमहीं
बात कियै नहि मानय छी

पैघ लोक के बात, सोचबय
के के एखन गुदानय छी

आस व्यर्थ छी बिना प्रयासक
फुसिये गप केँ तानय छी

नीक आओर अधलाह लोक केँ
कियै एक सँग सानय छी

लऽ कऽ चालनि सुमन हाथ मे
नीक लोक केँ छानय छी

1 comment:

  1. श्यामल
    आशीर्वाद

    समाधान आ कारण हमहीं
    बात कियै नहि मानय छी

    जीवन समस्यों भरा है निदान होगा

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