भेल अचानक तालाबंदी,
जय जय सीताराम कहू
काजो पर लागल पाबंदी,
जय जय सीताराम कहू
बिना काज के बढ़ल गरीबी,
घर घर मे झगड़ा बढ़लय
सामाजिक मूल्यक नसबंदी,
जय जय सीताराम कहू
नहि आयल कालाधन कोनो,
नहि कत्तऊ आतंक रुकल
तखन कियैक भेलय नोटबंदी,
जय जय सीताराम कहू
हिनकर शासन, हुनकर शासन,
सब कियो लुटलक लोके केँ
गद्दी खातिर जुगलबंदी,
जय जय सीताराम कहू
सत्ता के गुणगान छोड़िकय,
सुमन पूछियौ प्रश्न अपन
तोड़ू अप्पन मोनक बंदी,
जय जय सीताराम कहू
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