सबटा उनटा काज।
एहि कारण सँ टूटि रहल अछि,
एहि कारण सँ टूटि रहल अछि,
मैथिल सकल समाज।
कहू कि फूसि बजय छी?
टाका देलहुँ, बेटी देलहुँ,
कहू कि फूसि बजय छी?
टाका देलहुँ, बेटी देलहुँ,
केलहुँ कन्यादान।
ओहि टाका सँ फुटल फटाका,
ओहि टाका सँ फुटल फटाका,
खेलहुँ पान मखान।
दाता बनल भिखारी देखियो,
दाता बनल भिखारी देखियो,
केहेन बनल अछि रीति?
कोना अयाची के बेटा सब,
कोना अयाची के बेटा सब,
माँगि देखाबथि शान।
कहू कि फूसि बजय छी?
माछ-माउस केर मैथिल प्रेमी,
कहू कि फूसि बजय छी?
माछ-माउस केर मैथिल प्रेमी,
मचल जगत मे शोर।
घर मे सम्हरि सम्हरि केँ खेता,
घर मे सम्हरि सम्हरि केँ खेता,
सानि सानि केँ झोर।
बरियाती मे झोर किनारा,
बरियाती मे झोर किनारा,
खाली माउसक बुट्टी,
मिथिला केर व्यवहार कोनाकय,
मिथिला केर व्यवहार कोनाकय,
बनल एहेन कमजोर?
कहू कि फूसि बजय छी?
नहि सम्हरब तऽ सच मानू,
कहू कि फूसि बजय छी?
नहि सम्हरब तऽ सच मानू,
भेटत कष्ट अथाह।
जाति-पाति केँ छोड़िकय बेटी,
जाति-पाति केँ छोड़िकय बेटी,
करती कतहु वियाह।
तखन सुमन के गोत्र-मूल केर,
तखन सुमन के गोत्र-मूल केर,
करब कोना पहचान?
बचा सकी तऽ बचाबू मिथिला,
बचा सकी तऽ बचाबू मिथिला,
बनिकय अपन गवाह।
कहू कि फूसि बजय छी?
कहू कि फूसि बजय छी?
आंचलिक भाषा में रचने और इसके संरक्षण के लिए आपको बधाई ,आभार .
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